Aapko ye blog padhna chahiye http://maiaurmerisoch.blogspot.com
bahut khoob........mat ghontiye gala, yun hi likhte rahiye.So, beautiful.
Are....bapreहर लम्हा मुझेसाँस लेता हुआ मिला....:)
ज़िन्दगी दफ्न नही की जा सकती साँस लेते इन लम्हों को हवा देने की जरूरत हैबेहतरीन
superb... just awesome!!
कम शब्दों में बहुत सुन्दर कविता।बहुत सुन्दर रचना । आभार ढेर सारी शुभकामनायें.Sanjay bhaskarhttp://sanjaybhaskar.blogspot.com
Bahut badhiya. Kam shabdo me bhi dil ko chu gayi yeh.
behtareen likha hai aapne ....
boond me saagar...dil se likhi nazm dimaag ke tadke ke saath...mindblowing!!
तुझ संग बीताहर लम्हा मुझेसाँस लेता हुआ मिलाअब तुम ही कहोज़िन्दगी का गला कैसे घोंटूं ....itne kam lines me itna gehra likh lete hai log- mujhe kaha gaya thaa ki inko padhna aur padhoge ki tumhari hallat kharab ho jayegi--sach mei amazing.......
उफ्फ्फ...जैसे आह सी निकलती है. जैसे धक् से लगता है कहीं दिल कि धडकनों में.ये लम्हे कमबख्त वाकई साँस लेते रहते हैं...क्या करें इनका!
वर्तिका ...यादें कभी पीछा छोड़ दें ये हो नहीं सकता.....गला दबा दें ये हो नहीं सकता....क्या करें यादों का दायरा निकलने ही नहीं देता कभी-कभी अपने से...चंद पंक्तियों में गहरी बात
बहुत सुंदर.
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13 comments:
Aapko ye blog padhna chahiye
http://maiaurmerisoch.blogspot.com
bahut khoob........mat ghontiye gala, yun hi likhte rahiye.
So, beautiful.
Are....bapre
हर लम्हा मुझे
साँस लेता हुआ मिला....:)
ज़िन्दगी दफ्न नही की जा सकती
साँस लेते इन लम्हों को हवा देने की जरूरत है
बेहतरीन
superb... just awesome!!
कम शब्दों में बहुत सुन्दर कविता।
बहुत सुन्दर रचना । आभार
ढेर सारी शुभकामनायें.
Sanjay bhaskar
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
Bahut badhiya. Kam shabdo me bhi dil ko chu gayi yeh.
behtareen likha hai aapne ....
boond me saagar...dil se likhi nazm dimaag ke tadke ke saath...mindblowing!!
तुझ संग बीता
हर लम्हा मुझे
साँस लेता हुआ मिला
अब तुम ही कहो
ज़िन्दगी का गला कैसे घोंटूं ....itne kam lines me itna gehra likh lete hai log- mujhe kaha gaya thaa ki inko padhna aur padhoge ki tumhari hallat kharab ho jayegi--sach mei amazing.......
उफ्फ्फ...जैसे आह सी निकलती है. जैसे धक् से लगता है कहीं दिल कि धडकनों में.
ये लम्हे कमबख्त वाकई साँस लेते रहते हैं...क्या करें इनका!
वर्तिका ...यादें कभी पीछा छोड़ दें ये हो नहीं सकता.....गला दबा दें ये हो नहीं सकता....क्या करें यादों का दायरा निकलने ही नहीं देता कभी-कभी अपने से...
चंद पंक्तियों में गहरी बात
बहुत सुंदर.
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